पीतल पोंगल पनाई / पोटा
कुंभकोणम पारंपरिक पीतल पोंगल पोंगल
पीतल वर्षों से कांस्य के बर्तनों का विकल्प रहा है। भोजन को सुरक्षित बनाने के लिए बर्तन के अंदर टिन का लेप लगाया जाता है। इस लेप को हिंदी में kalai और तमिल/मलयालम में eyam poosal कहते हैं। ऐसा माना जाता था कि इन बर्तनों में उबाला गया दूध जल्दी खराब नहीं होता।
इस पोत का उपयोग पारंपरिक रूप से पोंगल के हार्वेस्ट फेस्टिवल को मनाने के लिए किया जाता है।
आकार 1 - चावल की क्षमता 750 ग्राम - बर्तन की ऊंचाई (17 सेमी) - वजन (850 ग्राम लगभग)
आकार 2 - चावल की क्षमता 1 किलो - बर्तन की ऊंचाई (21 सेमी) - वजन (1.2 किलो लगभग)